काठमांडू. नेपाल की हिंदू महिलाओं ने मंगलवार को उपवास, प्रार्थना और भगवान शिव की पूजा कर हरितालिका तीज का त्योहार मनाया और अपने परिवार के कल्याण, समृद्धि और दीर्घायु की कामना की. विवाहित महिलाएं इस अवसर पर लाल साड़ी, कांच के मोतियों की हार (पोटे), सोने के आभूषण (तिलहरी) और सौभाग्य के प्रतीक सिंदूर लगाकर पति की लंबी उम्र के लिए उपवास किया. कई अविवाहित लड़कियों ने भी योग्य वर की कामना करते हुए व्रत रखा.
प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने इस अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं और तीज को ”भक्ति, संयम और आत्म-अनुशासन” का त्योहार बताया. तीज के अवसर पर काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर सहित प्रमुख शिव मंदिरों में महिला श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई.
हिंदू माह भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाने वाला तीन दिवसीय त्योहार तीज की पूर्व संध्या पर डार (चावल की खीर, फल, मिठाई, दही और अन्य व्यंजनों का भोज) के साथ शुरू हुआ. तृतीया को महिलाएं उपवास रखती हैं, सुबह स्नान करती हैं और भगवान शिव को सर्मिपत संध्याकालीन पूजा करती हैं. वे दीपक जलाती हैं और रात भर जागरण करती हैं. इस त्योहार को व्यापक रूप से नारीत्व और बहनत्व के उत्सव के रूप में देखा जाता है. इस अवसर पर नवविवाहिता मायके में एकत्रित होती हैं और गायन एवं नृत्य का आनंद लेती हैं.