नयी दिल्ली. हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने योजना आयोग की पूर्व सदस्य सैयदा हमीद की हालिया टिप्पणी के खिलाफ प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि वह असम में बांग्लादेशी घुसपैठियों का बचाव कर रही हैं. यह विरोध प्रदर्शन दिल्ली के ‘कॉन्स्टीट्यूशनल क्लब’ में हुआ, जहां हमीद ने रविवार को नागरिक मंच असम नागरिक सम्मेलन द्वारा आयोजित ‘असम के विशेष संदर्भ में राष्ट्र की स्थिति’ विषय पर एक संगोष्ठी में शिरकत की थी.
संगोष्ठी में हमीद ने असम में मुसलमानों के साथ किए जा रहे व्यवहार पर चिंता व्यक्त करते हुए कथित तौर पर कहा था कि उन्हें अक्सर बांग्लादेशी करार दिया जाता है. उनके इस बयान का वीडियो क्लिप अब ऑनलाइन प्रसारित हो चुका है. वीडियो में हमीद को यह कहते हुए सुना गया, ”बांग्लादेशी होने में क्या गुनाह है? बांग्लादेशी भी इंसान हैं. दुनिया इतनी बड़ी है. बांग्लादेशी भी यहां रह सकते हैं, वे किसी को भी उसके अधिकारों से वंचित नहीं कर रहे हैं.”
उन्होंने कहा कि दुनिया इंसानों के लिए बनाई गई है न कि हैवानों के लिए. उन्होंने सवाल किया कि लोगों को इस तरह से क्यों खदेड़ा जा रहा है. उनका स्पष्ट संदर्भ असम प्रशासन द्वारा अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ शुरू किए गए अतिक्रमण विरोधी अभियान से था. पुलिस ने बताया कि करीब 10 प्रदर्शनकारी कार्यक्रम स्थल के बाहर एकत्र हुए थे और उनके हाथों में असम की संस्कृति और पहचान के समर्थन में नारे लिखी तख्तियां थीं. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ”प्रदर्शनकारियों को तुरंत मौके से हटा दिया गया.” तख्तियों पर ‘हेमंत जी का इक ही सपना, घुसपैठियों से मुक्त हो असम अपना’ और ‘असम की संस्कृति, असम की शान, नहीं होने देंगे कोई नुकसान’ जैसे संदेश लिखे हुए थे.