Close Menu
Rashtrawani
  • होम
  • छत्तीसगढ़
  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • लाइफस्टाइल
प्रमुख राष्ट्रवाणी

सुयश हॉस्पिटल की लापरवाही से मरीज की मौत, पीड़ित परिवार को प्रबंधन देगा 16 लाख मुआवजा, उपभोक्ता फोरम ने सुनाया फैसला

September 13, 2025

दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग, पहले की रेकी फिर बरसाईं गोलियां, फुटेज में दिखे हमलावर

September 13, 2025

वृहद रोजगार मेला-2025 की शुरुआत, शिक्षा मंत्री यादव बोले – युवाओं के लिए सुनहरा मौका

September 13, 2025
Facebook X (Twitter) Instagram
  • Terms
  • About Us – राष्ट्रवाणी | Rashtrawani
  • Contact
Facebook X (Twitter) Instagram
RashtrawaniRashtrawani
  • होम
  • छत्तीसगढ़
  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • लाइफस्टाइल
Subscribe
Rashtrawani
Home»Country»‘विधेयकों की विधायी क्षमता राज्यपाल नहीं जांच सकते’, सुप्रीम कोर्ट में बंगाल सरकार की दलील
Country

‘विधेयकों की विधायी क्षमता राज्यपाल नहीं जांच सकते’, सुप्रीम कोर्ट में बंगाल सरकार की दलील

Team RashtrawaniBy Team RashtrawaniSeptember 3, 2025No Comments2 Mins Read
Share Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Reddit Telegram Email
‘विधेयकों की विधायी क्षमता राज्यपाल नहीं जांच सकते’, सुप्रीम कोर्ट में बंगाल सरकार की दलील
Share
Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट द्वारा राष्ट्रपति और राज्यपालों के लिए समय-सीमा तय करने के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को भी सुनवाई जारी रही। सुनवाई के दौरान पश्चिम बंगाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि विधेयकों की विधायी क्षमता की जांच राज्यपाल नहीं कर सकते। बंगाल सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने ये भी कहा कि ‘आजादी के बाद से शायद ही कोई ऐसा उदाहरण हो जहां राष्ट्रपति ने संसद द्वारा पारित किसी विधेयक को जनता की इच्छा के कारण रोका हो।’

बंगाल सरकार ने दी ये दलील

राष्ट्रपति संदर्भ पर सुनवाई के सातवें दिन मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की पीठ के सामने वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि ‘किसी विधेयक की विधायी क्षमता का परीक्षण अदालतों में किया जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘किसी कानून को नागरिक या कोई अन्य व्यक्ति अदालत में चुनौती दे सकता है। राज्यपाल यह कहें कि मैं विधेयकों को मंजूरी नहीं दे सकता और इसे रोके रखता हूं, तो ये अत्यंत दुर्लभ और विरलतम मामला है।’ पीठ में मुख्य न्यायाधीश जस्टिस गवई के अलावा जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस एएस चंदुरकर भी शामिल हैं।

बंगाल सरकार ने दी ये दलील

राष्ट्रपति संदर्भ पर सुनवाई के सातवें दिन मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की पीठ के सामने वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि ‘किसी विधेयक की विधायी क्षमता का परीक्षण अदालतों में किया जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘किसी कानून को नागरिक या कोई अन्य व्यक्ति अदालत में चुनौती दे सकता है। राज्यपाल यह कहें कि मैं विधेयकों को मंजूरी नहीं दे सकता और इसे रोके रखता हूं, तो ये अत्यंत दुर्लभ और विरलतम मामला है।’ पीठ में मुख्य न्यायाधीश जस्टिस गवई के अलावा जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस एएस चंदुरकर भी शामिल हैं।

Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
Previous Articleनक्सलियों के विरुद्ध अभियान के इतिहास में ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ के दौरान जवानों का शौर्य और पराक्रम एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज होगा
Next Article रायपुर : प्रदेश में अब तक 916.8 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
Team Rashtrawani
  • Website

Related Posts

Country

दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग, पहले की रेकी फिर बरसाईं गोलियां, फुटेज में दिखे हमलावर

September 13, 2025
Country

Jitiya Vrat 2025: जितिया व्रत से प्रेरित बच्चों के नाम, जो लाते हैं लंबी आयु और सौभाग्य

September 13, 2025
Country

Jagdeep Dhankhar: इस्तीफे के बाद पहली बार नजर आए धनखड़

September 12, 2025
Add A Comment
Leave A Reply Cancel Reply

Top Posts

प्रधानमंत्री मोदी दो अगस्त को 9.7 करोड़ किसानों को 20,500 करोड़ रुपये की पीएम-किसान की 20वीं किस्त जारी करेंगे

July 30, 202530 Views

केनरा बैंक ने सभी बचत खातों में न्यूनतम शेष पर जुर्माने को किया खत्म

June 7, 202518 Views

वृंदा करात ने नन की गिरफ्तारी को ‘असंवैधानिक’ बताया

July 30, 202517 Views
Stay In Touch
  • Facebook
  • WhatsApp
  • Twitter
  • Instagram
Latest Reviews
राष्ट्रवाणी

राष्ट्रवाणी के वैचारिक प्रकल्प है। यहां आपको राष्ट्र हित के ऐसे दृष्टिकोण पर आधारित समाचार, विचार और अभिमत प्राप्त होंगे, जो भारतीयता, हिंदुत्व और पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली, विश्व बंधुत्व और वसुधैव कुटुंबकम के शाश्वत चिंतन को पुष्ट करता है।

Most Popular

प्रधानमंत्री मोदी दो अगस्त को 9.7 करोड़ किसानों को 20,500 करोड़ रुपये की पीएम-किसान की 20वीं किस्त जारी करेंगे

July 30, 202530 Views

केनरा बैंक ने सभी बचत खातों में न्यूनतम शेष पर जुर्माने को किया खत्म

June 7, 202518 Views

वृंदा करात ने नन की गिरफ्तारी को ‘असंवैधानिक’ बताया

July 30, 202517 Views
Our Picks

सुयश हॉस्पिटल की लापरवाही से मरीज की मौत, पीड़ित परिवार को प्रबंधन देगा 16 लाख मुआवजा, उपभोक्ता फोरम ने सुनाया फैसला

September 13, 2025

दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग, पहले की रेकी फिर बरसाईं गोलियां, फुटेज में दिखे हमलावर

September 13, 2025

वृहद रोजगार मेला-2025 की शुरुआत, शिक्षा मंत्री यादव बोले – युवाओं के लिए सुनहरा मौका

September 13, 2025
Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
  • होम
  • छत्तीसगढ़
  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • लाइफस्टाइल
© 2025 Rashtrawani

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.