न्यूयॉर्क/वाशिंगटन. भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसी सुहास सुब्रमण्यम ने अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर ”घृणित हमलों” की निंदा करते हुए कहा है कि देश के लोगों को बिना किसी भय के सुरक्षित तरीके से अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है. सुब्रमण्यम ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ”हमारे समुदायों में घृणा के लिए कोई स्थान नहीं है और इसीलिए मैं देशभर में हिंदू मंदिरों पर हाल में हुए घृणित हमलों की निंदा करता हूं.” डेमोक्रेटिक कांग्रेसी ने इंडियाना में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर से लेकर उताह में श्री राधा कृष्ण मंदिर पर हुए हमलों की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि धार्मिक समुदायों के पवित्र स्थलों को घृणा और बर्बरता के साथ निशाना बनाया गया है.
उन्होंने चिंता व्यक्त की कि ये हमले कोई छिटपुट घटनाएं नहीं हैं, बल्कि ”हिंसा की घटनाएं बढ़ने और हमारे देश में बढ़ते विभाजन का एक हिस्सा है. यह सिर्फ मंदिरों तक ही सीमित नहीं है.” उन्होंने कहा, ”हमें अमेरिका में बढ़ती घृणा से निपटने के लिए और अधिक प्रयास करने के वास्ते प्रतिबद्ध होना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे समुदाय सुरक्षित रहें. इसलिए मैं दोनों पक्षों के अपने सहयोगियों के साथ मिलकर ऐसा करना जारी रखूंगा.” पिछले महीने, इंडियाना के ग्रीनवुड स्थित बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर पर हमला किया गया था. अमेरिका में हिंदू मंदिरों में इसी तरह की तोड़फोड़ की घटनाएं हुई हैं, जिनमें न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड, कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो और लॉस एंजिल्स में बीएपीएस मंदिर शामिल हैं.
स्पैनिश फोर्क, उताह में स्थित इस्कॉन श्री श्री राधा कृष्ण मंदिर पर भी हाल में हमला किया गया था. मंदिर का कहना था कि रात के समय मंदिर भवन पर गोलियां चलाई गईं, जबकि भक्त और अतिथि भीतर मौजूद थे. मंदिर की सह-संस्थापक वैभवी देवी दासी ने एक बयान में कहा कि हमलों के परिणामस्वरूप हजारों डॉलर का संरचनात्मक नुकसान हुआ है.