बेंगलुरु. बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास मची भगदड़ के सिलसिले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, कार्यक्रम प्रबंधन कंपनी डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ और अन्य के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई है. इस भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी और 56 घायल हो गए थे. यह जानकारी पुलिस ने बृहस्पतिवार को दी.
पुलिस के अनुसार, यह मामला कब्बन पार्क पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं 105 (गैर इरादतन हत्या), 115 (जान-बूझकर चोट पहुंचाना), 118 (खतरनाक हथियारों या साधनों का इस्तेमाल करके जान-बूझकर चोट या गंभीर चोट पहुंचाना), 190 (सामान्य उद्देश्य की प्राप्ति में किए गए अपराधों के लिए गैरकानूनी जमावड़े में शामिल लोगों की जिम्मेदारी), 132 (लोक सेवक को अपने कर्तव्य का निर्वहन करने से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल का प्रयोग), 125(12) (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कृत्य), 142 (गैरकानूनी जमावड़ा) और 121 (किसी अपराध के लिए उकसाना) के तहत दर्ज किया गया है.
आरसीबी ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रूपये देने का किया ऐलान
आईपीएल चैम्पियन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने टीम की आईपीएल खिताबी जीत के जश्न के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ में मारे गए 11 प्रशंसकों के परिवारों को दस दस लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है . विराट कोहली और टीम की एक झलक पाने के लिये लाखों की तादाद में प्रशंसक चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर एकत्र हो गए जिससे 11 लोगों की मौत हो गई थी .
आरसीबी ने सोशल मीडिया पर बृहस्पतिवार को जारी बयान में कहा ,” बेंगलुरू में कल हुए हादसे से आरसीबी परिवार दुखी है . आरसीबी ने 11 मृतकों के परिवारों को दस दस लाख रूपये आर्थिक सहायता देने का फैसला किया है .इसके अलावा आरसीबी केयर्स कोष भी बनाया जायेगा जिसके जरिये इस हादसे में घायल हुए प्रशंसकों की मदद की जायेगी .” इस हादसे में 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं .
इस त्रासदी की न्यायिक जांच के आदेश दे दिये हैं और अगले पंद्रह दिन में रिपोर्ट आने की उम्मीद है . टीम के खिताब जीतने के सिर्फ एक दिन बाद आनन फानन में समारोह आयोजित करने के लिये आरसीबी की काफी आलोचना हो रही है चूंकि प्रशासन और पुलिस को इतने बड़े कार्यक्रम की सुरक्षा का इंतजाम करने के लिये समय ही नहीं मिल सका . बीसीसीआई सचिव देवीजीत सैकिया इंतजाम में चूक पर सवाल उठा चुके हैं . उन्होंने फ्रेंचाइजी, पुलिस और जिला प्रशासन के बीच उचित तालमेल की जरूरत पर भी जोर दिया .
आरसीबी की सोशल मीडिया टीम ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये लोगों को जश्न में शामिल होने का न्यौता दिया लेकिन इसे बाद में हटा दिया . बेंगलुरू ट्राफिक पुलिस ने कहा था कि व्यस्त मार्ग पर इस तरह की विजय परेड की अनुमति देना संभव नहीं होगा . बाद में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इसकी अनुमति दे दी लेकिन भीड़ और बारिश के कारण परेड नहीं हो सकी .
पीड़िता के परिवार का आरोप, प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए चार घंटे इंतजार करना पड़ा
‘इंडियन प्रीमियर लीग’ (आईपीएल) में रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु (रासीबी) को मिली जीत का जश्न मनाने के लिए शहर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में बुधवार को आयोजित कार्यक्रम के दौरान मची भगदड़ में जान गंवाने वाली 15 वर्षीय दिव्यांशी के परिवार ने आरोप लगाया है कि उन्हें मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए चार घंटे तक इंतजार करना पड़ा. बेंगलुरु के येलहंका में, शोकाकुल परिवार के घर रिश्तेदार एकत्र हुए और उसके बाद किशोरी के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया.
मृतका के पिता शिवकुमार ने उस क्षण को याद किया, जब उनकी बेटी गेट नंबर 15 पर धक्का दिए जाने के बाद गिर गई थी. उन्होंने बताया कि उस समय उनकी पत्नी और एक महिला रिश्तेदार भी मौजूद थीं. शिवकुमार ने बताया, ”वे (अधिकारी) आए ??और (बाद में) दौरा किया, लेकिन कोई उचित सहायता नहीं दी गई. उन्होंने उपयुक्त प्राथमिक उपचार भी नहीं कराया. मेरी पत्नी ने बताया कि वह मदद की गुहार लगा रही थी. अंत में, मेरी बेटी को पुलिस की ओर से कोई सहायता मिले बिना एक ऑटो में ले जाया पड़ा. यहां तक ??कि प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए भी हमें चार घंटे इंतजार करना पड़ा.” शिवकुमार ने बताया कि वह बेटी का शव अंतिम संस्कार के लिए आंध्र प्रदेश ले जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए.
शिवकुमार ने कहा, ”उन्होंने उचित व्यवस्था क्यों नहीं की? मैसूर पैलेस रोड जाकर देखिए – राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए वे सब इंतजाम करते हैं. इस समारोह के लिए उन्हें उचित योजना बनानी चाहिए थी. उन्हें खुफिया जानकारी जुटानी चाहिए थी.” इस बीच, भगदड़ में जान गंवाने वाली 28 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर कामाची देवी का पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार को अंतिम संस्कार के लिए तमिलनाडु के तिरुपुर जिले में उनके गृहनगर मयिलाडुम्पराई ले जाया गया.
बेंगलुरु में काम करने वाली देवी चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी की आईपीएल जीत का जश्न मनाने गई थीं. वह भीड़ के बीच फंस गईं और उनकी मौत हो गई. देवी के पार्थिव शरीर को मयिलाडुमपराई स्थित विवेकानंद स्कूल ले जाया गया, जहां रिश्तेदार, मित्र और स्थानीय निवासी उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्र हुए.