Close Menu
Rashtrawani
  • होम
  • छत्तीसगढ़
  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • लाइफस्टाइल
प्रमुख राष्ट्रवाणी

दबाव पड़ा तो अमित शाह की वंशवाद की राजनीति और चुनाव आयोग के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करूंगी: ममता

August 28, 2025

न्यायालय ने विधेयकों को मंजूरी देने में राज्यपाल की ओर से देरी पर सवाल उठाया

August 28, 2025

‘लोकतंत्र पर कलंक’: अमित शाह ने मोदी के खिलाफ ‘अपमानजनक’ भाषा के इस्तेमाल की निंदा की

August 28, 2025
Facebook X (Twitter) Instagram
  • Terms
  • About Us – राष्ट्रवाणी
  • Contact
Facebook X (Twitter) Instagram
RashtrawaniRashtrawani
  • होम
  • छत्तीसगढ़
  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • लाइफस्टाइल
Subscribe
Rashtrawani
Home»Business»दोपहिया वाहन चालकों के लिए छोटी कारों का विकल्प लेकर आना जरूरी: मारुति चेयरमैन
Business

दोपहिया वाहन चालकों के लिए छोटी कारों का विकल्प लेकर आना जरूरी: मारुति चेयरमैन

Team RashtrawaniBy Team RashtrawaniAugust 28, 2025No Comments4 Mins Read
Share Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Reddit Telegram Email
दोपहिया वाहन चालकों के लिए छोटी कारों का विकल्प लेकर आना जरूरी: मारुति चेयरमैन
Share
Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

नयी दिल्ली. मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आर. सी. भार्गव ने बृहस्पतिवार को कहा कि निचले तबके के उपभोक्ताओं को जोखिम भरे दोपहिया वाहनों की जगह यात्री कारों का विकल्प देने के लिए कम कर स्लैब वाली छोटी कारें पेश करने की जरूरत है. भार्गव ने यहां कंपनी की 44वीं वार्षिक आम बैठक में कहा कि शुरुआती स्तर पर पेश की जाने वाली कारों की कीमतें बढ़ जाने से कई लोग अब इन्हें खरीद नहीं पा रहे हैं.

उन्होंने कहा, “आज बहुत सारे लोग दोपहिया वाहन से यात्रा करते हैं. ये वाहन जोखिम से भरपूर होते हैं और पूरी तरह आरामदायक भी नहीं होते. इसलिए स्कूटर चलाने वालों के लिए हमें ऐसी छोटी कारें लाने पर विचार करना चाहिए, जो सुरक्षित हों और उनके लिए एक बेहतर विकल्प बन सकें.” भार्गव ने कहा कि 1950 के दशक में जापान ने केई कारें पेशकर इसी तरह की समस्या का समाधान किया था.

उन्होंने कहा कि ये कारें छोटी होती हैं, इनमें सुरक्षा नियम कम होते हैं और इन पर अन्य कारों की तुलना में कर भी कम लगता है.
छोटी कारों की कीमतों में वृद्धि के कारणों पर विस्तार से बताते हुए भार्गव ने कहा कि वित्त वर्ष 2018-19 में यह निर्णय लिया गया था कि भारत में यूरोपीय सुरक्षा एवं उत्सर्जन मानकों को लागू किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ”यही कारण है कि छोटी कारों की बिक्री में गिरावट आई और फिर कार उद्योग में समग्र नरमी देखने को मिली है.” उन्होंने कहा कि निचले तबके के कई लोग, जो दोपहिया वाहन खरीद रहे हैं और उनका उपयोग कर रहे हैं, वे अधिक कीमत वाली सुरक्षित कारें खरीदने में असमर्थ हैं.

भार्गव ने कहा, “हमारा मानना ??है कि हमें इस स्थिति को इस तरह संतुलित करने की जरूरत है कि दोपहिया वाहन चलाने वाले लोग सुरक्षित कारों की तरफ जा सकें, क्योंकि सुरक्षा की दृष्टि से दोपहिया वाहन सबसे अधिक जोखिम भरे होते हैं.” उन्होंने कहा कि छोटी कार खंड के पुनरुद्धार से कार उद्योग की समग्र वृद्धि तेजी से हो सकती है. भार्गव ने कहा, “छोटी कारों को बढ़ावा देने पर ज्यादा उद्योग लगेंगे और रोजगार के ज्यादा मौके बनेंगे. मुझे लगता है कि इन सब की जरूरत है, खासकर ऐसे समय में जब बाकी क्षेत्रों में ‘हुनरमंद लोगों की कमी’ जैसी परेशानियां सामने आ रही हैं. हमें पूरे भारत की स्थिति को बेहतर बनाने में अपना योगदान देना होगा.”

मारुति के चेयरमैन ने अमेरिकी शुल्क पर कहा, ”एकजुट रहने,धौंस-धमकी के खिलाफ डटे रहने की जरूरत”

मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आर. सी. भार्गव ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश को भारतीय उत्पादों पर अमेरिका के 50 प्रतिशत शुल्क से निपटने के लिए एकजुट होने और किसी भी तरह की धौंस-धमकी का डट कर सामना करने की जरूरत है. भार्गव ने यहां कंपनी की 44वीं वार्षिक आम बैठक में कहा, ” भारतीय होने के नाते यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी गरिमा एवं सम्मान को बनाए रखने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास करें और इस मामले में किसी भी प्रकार की धौंस-धमकी के आगे न झुकें… राष्ट्र को एकजुट होना होगा.” भारतीय वस्तुओं पर अमेरिका का 50 प्रतिशत शुल्क बुधवार से प्रभावी हो गया. इससे झींगा, परिधान, हीरे, चमड़ा एवं जूते चप्पल तथा रत्न व आभूषण जैसे श्रम-प्रधान क्षेत्रों में निर्यात तथा रोजगार सृजन पर असर पड़ेगा. भार्गव ने कहा कि अमेरिकी शुल्क से वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल मच गई है.

उन्होंने कंपनी के शेयरधारकों से कहा, ” आप सभी हाल के महीनों में उत्पन्न हुई वैश्विक अनिश्चितता से वाकिफ हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई मायनों में देशों को अपनी पारंपरिक नीतियों एवं संबंधों पर पुर्निवचार करने के लिए मजबूर किया है. कूटनीति में शुल्क का व्यक्तिगत इस्तेमाल पहली बार देखने को मिल रहा है.” भार्गव ने साथ ही माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के पुनर्गठन की घोषणा को एक बड़ा आर्थिक सुधार करार दिया.

उन्होंने कहा, ” हम सभी को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रखे गए प्रस्ताव के परिणामस्वरूप छोटी कारों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) घटकर 18 प्रतिशत हो जाएगा, लेकिन हमें आधिकारिक घोषणा होने तक इंतजार करना होगा.” भार्गव ने कहा कि यह खुशी की बात है कि सरकार ने यह माना है कि बड़ी संख्या में उपभोक्ता, बाजार के निचले स्तर पर हैं.

केंद्र ने जीएसटी दरों को युक्तिसंगत बनाने पर गठित मंत्रिसमूह (जीओएम) के समक्ष पांच प्रतिशत और 18 प्रतिशत की दो-स्तरीय जीएसटी संरचना के साथ-साथ कुछ चुनिंदा वस्तुओं पर 40 प्रतिशत की विशेष दर का प्रस्ताव रखा है. जीएसटी वर्तमान में 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत की दर से लगाया जाता है. खाद्य एवं आवश्यक वस्तुओं पर शून्य या पांच प्रतिशत कर लगता है, जबकि विलासिता तथा अवगुण वस्तुओं पर 28 प्रतिशत कर लगता है. इसके अतिरिक्त एक उपकर भी लगाया जाता है.

Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
Previous Articleगलत टोल फ्री नंबर पर फोन लगाकर फंसा व्यक्ति, धोखाधड़ी में 95,000 रुपये गंवाए
Next Article अमेरिका के स्कूल में गोलीबारी करने वाले हमलावर के हथियार पर लिखा था ‘न्यूक इंडिया’
Team Rashtrawani
  • Website

Related Posts

Business

अमेरिकी शुल्क के दबाव में सेंसेक्स 706 अंक लुढ़का, निफ्टी 211 अंक नुकसान में

August 28, 2025
Business

दुर्लभ खनिज से उद्योग प्रभावित, इलेक्ट्रिक वाहन के विनिर्माण पर असर: टीवीएस

August 28, 2025
Business

सीजी सेमी के संयंत्र में जल्द बन सकता है पहला ‘मेड इन इंडिया’ चिप: वैष्णव

August 28, 2025
Add A Comment
Leave A Reply Cancel Reply

Top Posts

प्रधानमंत्री मोदी दो अगस्त को 9.7 करोड़ किसानों को 20,500 करोड़ रुपये की पीएम-किसान की 20वीं किस्त जारी करेंगे

July 30, 202530 Views

केनरा बैंक ने सभी बचत खातों में न्यूनतम शेष पर जुर्माने को किया खत्म

June 7, 202518 Views

वृंदा करात ने नन की गिरफ्तारी को ‘असंवैधानिक’ बताया

July 30, 202517 Views
Stay In Touch
  • Facebook
  • WhatsApp
  • Twitter
  • Instagram
Latest Reviews
राष्ट्रवाणी

राष्ट्रवाणी के वैचारिक प्रकल्प है। यहां आपको राष्ट्र हित के ऐसे दृष्टिकोण पर आधारित समाचार, विचार और अभिमत प्राप्त होंगे, जो भारतीयता, हिंदुत्व और पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली, विश्व बंधुत्व और वसुधैव कुटुंबकम के शाश्वत चिंतन को पुष्ट करता है।

Most Popular

प्रधानमंत्री मोदी दो अगस्त को 9.7 करोड़ किसानों को 20,500 करोड़ रुपये की पीएम-किसान की 20वीं किस्त जारी करेंगे

July 30, 202530 Views

केनरा बैंक ने सभी बचत खातों में न्यूनतम शेष पर जुर्माने को किया खत्म

June 7, 202518 Views

वृंदा करात ने नन की गिरफ्तारी को ‘असंवैधानिक’ बताया

July 30, 202517 Views
Our Picks

दबाव पड़ा तो अमित शाह की वंशवाद की राजनीति और चुनाव आयोग के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करूंगी: ममता

August 28, 2025

न्यायालय ने विधेयकों को मंजूरी देने में राज्यपाल की ओर से देरी पर सवाल उठाया

August 28, 2025

‘लोकतंत्र पर कलंक’: अमित शाह ने मोदी के खिलाफ ‘अपमानजनक’ भाषा के इस्तेमाल की निंदा की

August 28, 2025
Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
  • होम
  • छत्तीसगढ़
  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • स्वास्थ्य
  • लाइफस्टाइल
© 2025 Rashtrawani

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.