लाहौर. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को सेना प्रमुख असीम मुनीर पर “सत्ता के भूखे” होने और देश में “सबसे खराब प्रकार की तानाशाही” चलाने का आरोप लगाया. कई मामलों में दो साल से अधिक समय से जेल में बंद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के मुख्य संरक्षक ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “सेना प्रमुख असीम मुनीर सत्ता के भूखे हैं, यही वजह है कि उन्होंने पाकिस्तान में सबसे खराब तरह की तानाशाही लागू कर दी है. मुनीर न तो नैतिकता और न ही इस्लाम को समझते हैं.” खान ने कहा, “मुझसे माफी मांगने के लिये कहने के बजाय, आसिम मुनीर को मुझसे (9 मई, 2023 के दंगों के लिए) माफी मांगनी चाहिए. मुनीर ने ही नौ मई की साजिश रची थी और उसने ही सीसीटीवी फुटेज चुराई थी. आज, नौ मई आसिम मुनीर की बीमा पॉलिसी है.” क्रिकेटर से राजनेता बने 72 वर्षीय इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में हैं, क्योंकि उन पर कई मुकदमे हैं. फ.लिहाल, वह रावलपिंडी की अडियाला जेल में हैं.

खान ने कहा, “देश में कोई लोकतांत्रिक व्यवस्था नहीं है. जो मौजूद है वह असीम मुनीर की तानाशाही है. यही कारण है कि (अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड) ट्रंप ने (प्रधानमंत्री) शहबाज शरीफ के बजाय असीम मुनीर को आमंत्रित किया.” उन्होंने फासीवाद और उत्पीड़न की सभी हदें पार करने के लिए मुनीर की आलोचना की. खान ने आरोप लगाया कि कोई राजनीतिक जुड़ाव न होने के बावजूद उनके कुछ रिश्तेदारों का अपहरण कर लिया गया.

उन्होंने कहा, “मुझे पूरी तरह से एकांत कारावास में रखा गया है, तीन महीनों में सिर्फ तीन बार मुलाकात की इजाजत दी गई है. यहां तक कि मेरे वकीलों और परिवार से भी महीनों तक मुलाकात नहीं हो पाई है. यह सब मुझ पर दबाव बनाने के लिए किया जा रहा है.” खान ने कहा कि पिछले आठ महीनों से उनकी पत्नी बुशरा बेगम को भी एकांत कारावास में रखा गया है और बुशरा पर उन्हें छोड़ने के लिए दबाव डाला जा रहा है, लेकिन बुशरा उनके साथ खड़ी हैं. खान ने कहा, “मेरा उनके (मुनीर) लिए यही संदेश है – आप मुझ पर चाहे जितना दबाव डालें, मेरे परिवार के कितने भी सदस्यों को कैद कर लें, मैं न तो झुकूंगा और न ही इस उत्पीड़न को स्वीकार करूंगा. मैं किसी भी कीमत पर सच्ची आजादी के लिए अपना संघर्ष जारी रखूंगा.”

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