मुंबई/नयी दिल्ली. शिवसेना (उबाठा) के नेता संजय राउत ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी रविवार को अबू अबू धाबी में एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में पाकिस्तान के साथ भारत के मैच खेलने के विरोध में ‘सिंदूर रक्षा’ अभियान चलाएगी. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना ‘विश्वासघात’ के समान है. ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में, राउत ने कहा कि महाराष्ट्र की हजारों महिलाएं इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेंगी और अपने घरों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘सिंदूर’ भेजेंगी.
पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत द्वारा शुरू किया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अब भी जारी है और इसलिए पड़ोसी देश के साथ खेल संबंध अस्वीकार्य हैं. पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तान सर्मिथत आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी.
भारत ने पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था, जिसके तहत पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचों को तबाह कर दिया गया. इसके बाद 10 मई को दोनों देशों के बीच सैन्य संघर्ष के विराम पर सहमति बनी. राउत ने दावा किया, ”भाजपा के मंत्रियों के बच्चे जरूर यह मैच देखने जाएंगे. यह देशद्रोह है.”
इसमें जल्दी क्या है? : न्यायालय ने भारत-पाक के बीच मैच के खिलाफ याचिका की तत्काल सुनवाई पर कहा
उच्चतम न्यायालय ने आगामी एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले क्रिकेट मैच को रद्द करने के अनुरोध वाली याचिका पर बृहस्पतिवार को तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया. एक वकील ने न्यायमूर्ति जे के माहेश्वरी और न्यायमूर्ति विजय बिश्नोई की पीठ के समक्ष मामले को तत्काल सुनवाई के लिए पेश किया.
पीठ ने कहा, ”इसमें जल्दी क्या है? यह मैच है, इसे होने दीजिए. मैच इसी रविवार को है, क्या किया जा सकता है?” वकील ने दलील दी कि क्रिकेट मैच रविवार को है और यदि मामला शुक्रवार को सूचीबद्ध नहीं किया गया तो याचिका निरर्थक हो जाएगी. इस पर पीठ ने कहा, ”इस रविवार को मैच है? हम इसमें क्या कर सकते हैं? इसे होने दीजिए. मैच होना चाहिए.” उर्वशी जैन के नेतृत्व में चार विधि छात्रों द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि पहलगाम आतंकवादी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच का आयोजन राष्ट्रीय गरिमा और जनभावना के विपरीत संदेश देता है. भारत और पाकिस्तान 2025 एशिया कप के लिए 14 सितंबर को दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भिड़ेंगे.
याचिका में कहा गया है, ”देशों के बीच क्रिकेट का उद्देश्य सद्भाव और मित्रता प्रर्दिशत करना है. लेकिन पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद जब हमारे लोग मारे गए और हमारे सैनिकों ने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया, तो पाकिस्तान के साथ खेलने से विपरीत संदेश गया कि हमारे सैनिक अपने प्राणों की आहुति दे रहे हैं, वहीं हम उसी देश के साथ खेल रहे हैं जो आतंकवादियों को पनाह दे रहा है.” याचिकाकर्ताओं ने कहा, ”इससे उन लोगों के परिवारों की भावनाएं भी आहत हो सकती हैं, जिन्होंने पाकिस्तानी आतंकवादियों के हाथों अपनी जान गंवाई. राष्ट्र की गरिमा और नागरिकों की सुरक्षा मनोरंजन से पहले आती है.” याचिका में कहा गया है कि दोनों देशों के बीच क्रिकेट मैच ”राष्ट्रीय हितों के लिए हानिकारक” है और सशस्त्र बलों तथा पूरे राष्ट्र के मनोबल के लिए भी हानिकारक है.