नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ अभियान की ‘पटकथा व संवाद’ विदेश से लिखकर आए हैं. भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर देश के लोकतंत्र में हस्तक्षेप करने के विदेशी एजेंडे को आगे बढ़ाने का आरोप लगाया.

सत्तारूढ़ दल ने दावा किया कि ‘निर्विवाद साक्ष्य’ सामने आए हैं, जो दर्शाते हैं कि राहुल गांधी ने हाल ही में भाजपा और निर्वाचन आयोग के खिलाफ ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाने के लिए जो ‘पावर-पॉइंट प्रेजेंटेशन’ दिया था, वह विदेशी धरती से आया था.
भाजपा के आरोप पर कांग्रेस या राहुल गांधी की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई.

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “सात अगस्त 2025 को राहुल गांधी ने ‘वोट चोरी’ का शोर मचाते हुए एक प्रेस वार्ता की और राहुल गांधी डॉट इन नाम की एक वेबसाइट पर अंग्रेजी, हिंदी और कन्नड़ में पीडीएफ अपलोड किए. जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए. तीनों पीडीएफ का मेटाडेटा म्यांमा टाइमजोन दर्शाता है.” उन्होंने कहा, “ये तथाकथित ‘सबूत’ (वोट चोरी के) भारत में नहीं बनाए गए थे. इन्हें म्यांमा टाइमजोन पर सेट किए गए सिस्टम पर बनाया गया था.”

भंडारी ने कहा, “राहुल गांधी का अंतरराष्ट्रीय ‘वोट चोरी टूलकिट’ पकड़ा गया.” भाजपा के एक अन्य राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “सब जानते हैं कि राहुल गांधी को (भारत से ज्यादा) विदेशी धरती और विदेशियों पर भरोसा है लेकिन किसी ने कभी नहीं सोचा होगा कि (वोट चोरी के आरोप) पर उनके नाटक और संवादों की पटकथा भारत के बाहर से लिखी व भेजी जा रही है.” उन्होंने कहा कि ‘तकनीकी सबूत’ दिखाते हैं कि कथित ‘वोट चोरी’ पर कांग्रेस नेता का ‘पावर-पॉइंट प्रेजेंटेशन’ विदेशी धरती पर बनाया गया था और इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता.

पूनावाला ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी अपने ‘वोट चोरी’ अभियान के जरिए भारत के लोकतंत्र में दखलंदाजी का एक विदेशी एजेंडा आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने राहुल गांधी से पूछा, ” क्या आप कठपुतली की तरह कुछ विदेशी हाथों में खेलकर ‘भारत के लोकतंत्र में दखलंदाजी’ के एजेंडे को आगे नहीं बढ़ा रहे हैं?” पूनावाला ने राहुल गांधी से विदेश से उनकी ‘पटकथा’ के लेखक का खुलासा करने की मांग की.

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