भिलाई। भिलाई के छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. भास्कर चंद्राकर की मौत ने पूरे शैक्षणिक जगत को स्तब्ध कर दिया है।

बुधवार शाम उतई थाना क्षेत्र के पतोरा गांव स्थित तालाब में यह हादसा हुआ। जानकारी के मुताबिक, वे कमल का फूल (Lotus Flower) तोड़ने तालाब में उतरे थे, लेकिन शाखाओं में पैर फंस जाने की वजह से बाहर नहीं निकल सके। ग्रामीणों ने घटना के बाद तुरंत उन्हें तालाब से बाहर निकाला और पास के एक निजी अस्पताल (Private Hospital) ले गए। यहां डॉक्टरों ने उन्हें सेक्टर-9 अस्पताल भेजने की सलाह दी। लेकिन वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मिली जानकारी के अनुसार, ड्यूटी खत्म करने के बाद डॉ. चंद्राकर मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) के साथ उतई प्लॉट पर गए थे, जहां उनका मकान निर्माण कार्य चल रहा था। इसी दौरान रास्ते में तालाब दिखाई दिया और उन्होंने CFO से कहा कि वे तैरना जानते हैं और कमल का फूल तोड़कर तुरंत वापस आ जाएंगे। लेकिन शाखाओं में उलझने की वजह से वे बाहर नहीं निकल सके।

सीएसवीटीयू के कुलसचिव डॉ. अंकित अरोरा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि यह हादसा बेहद दुखद है। उन्होंने कहा कि डॉ. चंद्राकर विश्वविद्यालय बंद होने के बाद CFO के साथ निर्माण स्थल गए थे, लेकिन तालाब में उतरने के बाद उनका संतुलन बिगड़ गया और वे वापस नहीं आ पाए। मूल रूप से रायपुर निवासी डॉ. भास्कर चंद्राकर की उम्र लगभग 36 वर्ष थी। उनकी पदस्थापना पहले शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय जगदलपुर में थी।

करीब चार साल पहले वे प्रतिनियुक्ति पर सीएसवीटीयू भिलाई में डिप्टी रजिस्ट्रार (Deputy Registrar) के पद पर कार्यरत थे। उनके निधन से विश्वविद्यालय परिवार और शिक्षा जगत में शोक की लहर है।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version