बेंगलुरु. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई ने बृहस्पतिवार को मांग की कि धर्मस्थल में पिछले दो दशक में कई हत्याओं, बलात्कारों और शवों को दफन किए जाने के आरोपों की एसआईटी जांच “समयबद्ध” होनी चाहिए. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेन्द्र ने भाजपा पर मामले का राजनीतिकरण करने के आरोप को खारिज किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार षड्यंत्रकारियों और धर्मस्थल को बदनाम करने के लिए अभियान चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है.
विजयेंद्र ने पत्रकारों से बात करते हुए एक सवाल के जवाब में कहा, “कल हमारे यहां कोई विधानसभा या लोकसभा चुनाव या कोई उपचुनाव नहीं है. भाजपा को इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोई जरूरत नहीं है.” विजयेंद्र ने पूछा, “सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने षड्यंत्रकारियों और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की? उन षड्यंत्रकारियों के खिलाफ कोई प्राथमिकी क्यों दर्ज नहीं की गई?” उन्होंने मांग की कि कांग्रेस सरकार पहले इन सवालों का जवाब दे.
भाजपा नेता ने कहा, “जब कांग्रेस शासन सरकार के खिलाफ कुछ भी पोस्ट करने वाले हिंदू कार्यकर्ताओं के खिलाफ 24 घंटे के भीतर प्राथमिकी दर्ज कर सकती है, तो वह धर्मस्थल मामले में षड्यंत्रकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने में क्यों विफल रही?” प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी ने धर्मस्थल मामले की छानबीन के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किए जाने का कभी विरोध नहीं किया, लेकिन जांच के लिए उचित समय सीमा होनी चाहिए. विजयेंद्र ने कहा, “वे (एसआईटी) कई महीनों तक जांच जारी नहीं सकते.” गृह मंत्री जी परमेश्वर ने मंगलवार को कहा था कि मामले की एसआईटी जांच गंभीरता से चल रही है और सरकार चाहती है कि जांच जल्द से जल्द पूरी हो.