पथनमथिट्टा. दक्षिणी केरल के पथनमथिट्टा जिले में ‘वाटर प्यूरिफायर’ (पानी शुद्ध करने वाला उपकरण) सर्विस कराने के प्रयास में एक व्यक्ति ने गलत टोल फ्री नंबर के जरिए साइबर धोखेबाजों को फोन लगा दिया, जिन्होंने उससे 95,000 रुपये ठग लिये. पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. पुलिस के अनुसार, यह घटना 23 अगस्त को हुई जब 52 वर्षीय शिकायतकर्ता ने इंटरनेट पर एक प्रतिष्ठित ‘वाटर प्यूरीफायर’ कंपनी का ग्राहक सेवा नंबर खोजा.

उसने बताया कि पीड़ित को एक टोल-फ्री नंबर मिला लेकिन नंबर डायल करते समय उसे पता नहीं था कि वह फर्जी है. उसे आश्वासन दिया गया कि कंपनी का प्रतिनिधि जल्द ही उनसे संपर्क करेगा. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसी दिन बाद में पीड़ित को किसी व्यक्ति का फोन आया, जिसने खुद को कंपनी का कर्मचारी बताया और फोन पर भेजे गए लिंक के माध्यम से एक ऐप डाउनलोड करके सेवा सुविधा सक्रिय करने को कहा.

एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ”निर्देशानुसार पीड़ित ने एप्लीकेशन इंस्टॉल किया जो एक ‘रिमोट एक्सेस’ ऐप निकला. इंस्टॉल करने के तुरंत बाद उसके खाते से तीन अनधिकृत यूपीआई लेनदेन किए गए, जिसके परिणामस्वरूप 95,000 रुपये का नुकसान हुआ.” जांचकर्ताओं ने पाया कि टोल फ्री नंबर साइबर धोखेबाजों ने ही इंटरनेट पर डाला थे. पुलिस के अनुसार, ‘रिमोट एक्सेस’ ऐप के माध्यम से धोखेबाजों ने पीड़ित के फोन को नियंत्रित कर वित्तीय लेनदेन किए. शिकायत के आधार पर, पथनमथिट्टा साइबर पुलिस थाने ने मंगलवार को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया.

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