नयी दिल्ली. असफलता अभिनेत्री काजोल के लिए कोई मायने नहीं रखती और वह कहती हैं कि अपनी सभी फिल्मों की जिम्मेदारी वह स्वयं लेती हैं चाहे वह सुपरहिट ”दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे” और ”कभी खुशी कभी गम” हों या फिर फ्लॉप फिल्म ”गुंडाराज” और ”हलचल” क्यों न हो.
काजोल ने अपने 30 साल के करियर पर चर्चा करते हुए ”पीटीआई-भाषा” से कहा ”मैं इसमें एक भी चीज. नहीं बदलना चाहूंगी.” वह साल 1995 को याद करती हैं, जो उनके लिए सफलता और असफलता दोनों से भरा था. इसी साल उन्होंने ”करन अर्जुन” और ”दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे” जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं लेकिन इसी साल उनकी फिल्में ”ताकत”, ”हलचल” और ”गुंडाराज” बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरीं.
बहरहाल, काजोल मानती हैं कि असफलताएं भी सीखने का अवसर थीं और उन्होंने हर भूमिका में अपनी पूरी मेहनत लगाई.
काजोल ने दर्शकों के प्यार के लिए आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उनके निजी जीवन के हर पड़ाव को देखा – चाहे वह गर्भावस्था हो, शादी हो या बचपन से अब तक की यात्रा. उनकी फिल्मों में ”बाजीगर”, ”उधार की जिदगी”, ”गुप्त”, ”कुछ कुछ होता है”, ”कभी खुशी कभी गम”, ”फना” और ”माय नेम इज खान” जैसी सुपरहिट फिल्में शामिल हैं.
हाल ही में, उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कदम रखा है और जिओ हॉटस्टार की वेब सीरीज ”द ट्रायल” के दूसरे सीजन में वह नजर आएंगी. यह सीरीज अमेरिकी शो ”द गुड वाइफ” का हिंदी रूपांतरण है. काजोल ने कहा कि एक ही किरदार न निभाने की उनकी आदत के बावजूद, नॉयोनिका की भूमिका को दोबारा निभाना उनके लिए ताजा अनुभव था क्योंकि वेब सीरीज में किरदार की कहानी कई सीजनों में विकसित होती है, जो फिल्मों के एक-बार के किरदार से अलग है. नया सीजन 19 सितंबर को रिलीज. होगा, जिसमें नॉयोनिका अब एक आत्मविश्वासी वकील के रूप में दिखाई देंगी, जो जीवन में कठिनाइयों और धोखे का सामना कर रही है. कहीं न कहीं नॉयोनिका काजोल के अपने विकास को भी दर्शाती है.